इस लेख में हम जानेंगे की भारत और पाकिस्तान की लड़ाई कैसे शुरु हुई ? और कैसे फिर भारत ने इसका बदला लिया साथ ही साथ “ऑपरेशन सिन्दूर” और “CEASEFIRE” के बारे में और अभी की स्थिति पूरी कहानी इस लेख में |
❖ पहलगाम हमला – पूरी जानकारी
पहलगाम हमला, जो कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल| यह बात है 22 अप्रैल 2025 की इस दिन पाकिस्तान के कुछ आतंकवादियों ने भारत में घुस के पहलगाम में घुमने गए पर्यटकों को मार डाला| आतंकवादियों ने जिस भी पर्यटक को टारगेट किया उससे पहले पुछा की तुम हिन्दू हो या मुस्लिम|अगर वो पर्यटक हिन्दू होता था तो उसे वो लोग मार देता था जिसमे सिर्फ हिन्दू भाइयों को मरता था हिन्दू बहनों को नहीं इसपे कुछ हिन्दू बहनों ने कहा की “मुझे भी मार दो मुझे क्यों छोड़ा” इस पे वो लोग बोले “जाओ जाके मोदी से पूछो“| और अगर मुस्लिम होता था तो उसे छोड़ देता था |इस तरह की घटना हुई उस दिन जिसमे 29 मासूम पर्यटकों जो की भारत के हिन्दू भाई थे, को मौत के घाट उतार दिया| इस दिन भारत के सैनिक वहां मौजूद नहीं थे जिसके कारण इस घटना को अंजाम देने में आतंकवादी सक्षम रहे|
इस घटना में भारत के कश्मीर के कुछ स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोगो ने ही मदद की जिसका नाम इस PDF में अंकित है|
❖ पहलगाम हमला के बाद भारत की प्रक्रिया
1. सेना की हाई अलर्ट स्थिति
हमले के तुरंत बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया।
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एलओसी (Line of Control) पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई गई।
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हमले के स्थान के आसपास सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
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आतंकियों की धरपकड़ के लिए कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (CASO) चलाया गया।
🛰️ 2. खुफिया तंत्र को सक्रिय किया गया
NIA, IB, RAW जैसे खुफिया एजेंसियों को सक्रिय किया गया ताकि हमले के मास्टरमाइंड और नेटवर्क की पूरी जानकारी मिल सके।
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कॉल डाटा, सोशल मीडिया और सीमापार संचार पर नजर कड़ी की गई।
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आतंकियों को मदद देने वाले स्थानीय नेटवर्क को चिन्हित किया गया।
🛫 3. सर्जिकल या एयर स्ट्राइक की संभावनाएं
पहलगाम हमले के बाद सरकार और सेना के उच्च अधिकारियों के बीच कई बैठकें हुईं।
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यह तय किया गया कि पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक जैसे विकल्प खुले रखे जाएं।
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सीमापार आतंकी ठिकानों की पहचान की गई।
🕊️ 4. राजनयिक स्तर पर कार्रवाई
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति अपनाई।
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संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और अन्य देशों को सूचित किया गया।
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पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने के सबूत साझा किए गए।
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FATF (Financial Action Task Force) में पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करने की मांग उठाई गई।
📵 5. पाकिस्तान से बातचीत रोक दी गई
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की द्विपक्षीय बातचीत या मेलजोल को रोक दिया।
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ट्रेड और ट्रांसपोर्ट संबंधी बातचीत निलंबित।
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वीजा प्रक्रिया को और कड़ा किया गया।
📢 6. जनता और मीडिया को भरोसा दिलाया गया
प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री ने जनता को आश्वासन दिया कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
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मीडिया के माध्यम से देश की जनता को एकजुट रहने की अपील की गई।
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सैनिकों के परिवारों को आर्थिक मदद और सम्मान देने की घोषणा की गई।
🧭 7. कश्मीर में आतंकरोधी ऑपरेशन तेज़
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स्थानीय आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ टारगेटेड ऑपरेशन चलाए गए।
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पहलगाम और आसपास के इलाकों में संदिग्धों की धरपकड़ हुई।
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इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी गई ताकि अफवाहें न फैले।
🛫 8. सिन्धु नदी को रोकना, झेलम नदी को खोलना
- सिन्धु नदी को रोकने के उद्देश पाकिस्तानी हिस्सों में भारत से जो पानी जा रहा था उसको रोकना ताकि वह सुखाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सके |
- झेलम नदी को खोलने से पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा करना था |
इन सभी के साथ साथ भारत अन्दर ही अन्दर “operation Sindoor” की तयारी भी कर रहा था जिसको भारत ने 7 मई को अंजाम दिया |
ऑपरेशन सिन्दूर की शुरुआत और उद्देश्य?
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकवादियों ने एक निर्दोष पर्यटक समूह पर हमला किया, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई। इस हमले में आतंकियों ने महिलाओं के सामने उनके पतियों की हत्या कर दी और उनके माथे से सिंदूर पोंछा, जो भारतीय संस्कृति में वैवाहिक जीवन का प्रतीक है। इसी घटना की प्रतिक्रिया में इस सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिन्दूर‘ नाम दिया गया।
ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना था। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर यह अभियान चलाया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के नौ ठिकानों पर हमला किया गया। इनमें मुरीदके, बहावलपुर, मुजफ्फराबाद, कोटली, चाक अमरू, गुलपूर, भिंबर और सियालकोट जैसे स्थान शामिल थे। इस अभियान में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
ऑपरेशन सिन्दूर से आतंकवादी ठिकानो (जैसे –रफीकी, मुरीद, रहीमयार खान, चकलाला, सुकोर, चुनिया, सियालकोट) को तो नष्ट किया गया लेकिन पाकिस्तान ने भी इस को बचाने के लिए हमला पर हमला किया भारत के 15 ठिकानो पर निशाना साधा जिसमें 7 और 8 मई की बीच की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारत के अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को उसने टारगेट किया| जिसका उद्देश सिर्फ और सिर्फ भारत के 15 जगहों को खत्म कर देना था| लेकिन भारत के तीनो दल के सैनिको ने इसका मुहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान के सभी मिसाइल और ड्रोन को भारत ने मार गिराया| इस दौरान भारत ने पहली बार S-400 का इस्तेमाल किया था |
साथ ही जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के अंदर एयर स्ट्राइक करके लाहौर में उसके एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है|
सीज़फायर कैसे लागू हुआ?
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पाकिस्तान की आपातकालीन अपील: भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारत को एक आपातकालीन सीज़फायर की अपील भेजी। इस अपील में दोनों पक्षों के बीच तनाव को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
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अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता: संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस संघर्ष विराम को लागू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, चीन, यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरब और अन्य देशों ने भी मध्यस्थता में सहयोग किया।
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संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक समर्थन: संयुक्त राष्ट्र और विश्व के कई देशों ने इस सीज़फायर का स्वागत किया और इसे क्षेत्रीय शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना।
सीज़फायर के बाद की स्थिति
हालांकि सीज़फायर की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद जम्मू-कश्मीर और नियंत्रण रेखा (LoC) के आसपास गोलीबारी और ड्रोन गतिविधियों की खबरें सामने आईं। भारत ने इन घटनाओं को सीज़फायर का उल्लंघन बताया, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया और संघर्ष विराम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।
भारतीय वायु सेना ने स्पष्ट किया कि “ऑपरेशन सिन्दूर” अभी भी जारी है और इसके तहत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
पहलगाम अटैक से पहले भारत-पाकिस्तान युद्धों का संक्षिप्त इतिहास
1. भारत-पाकिस्तान की प्रथम कश्मीर युद्ध (1947–1948)
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कारण: ब्रिटिश भारत के विभाजन के बाद जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत में विलय का निर्णय लिया, जिसे पाकिस्तान ने स्वीकार नहीं किया।
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परिणाम: संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप से युद्धविराम हुआ और नियंत्रण रेखा (LoC) की स्थापना हुई, जिससे कश्मीर दो भागों में विभाजित हो गया।
2. भारत-पाकिस्तान द्वितीय युद्ध (1965)
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कारण: पाकिस्तान ने “ऑपरेशन जिब्राल्टर” के तहत कश्मीर में घुसपैठ कर विद्रोह भड़काने का प्रयास किया।
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परिणाम: 17 दिनों तक चले युद्ध के बाद सोवियत संघ की मध्यस्थता से ताशकंद समझौता हुआ, जिसमें युद्धविराम और यथास्थिति बनाए रखने पर सहमति बनी।
3. भारत-पाकिस्तान युद्ध (1971) – बांग्लादेश मुक्ति युद्ध
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कारण: पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली जनता के अधिकारों के लिए आंदोलन और पाकिस्तान द्वारा “ऑपरेशन सर्चलाइट” के तहत दमन।
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परिणाम: भारत की निर्णायक जीत के साथ बांग्लादेश का स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में गठन हुआ। लगभग 90,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया।
4. भारत-पाकिस्तान की कारगिल युद्ध (1999)
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कारण: पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने कारगिल क्षेत्र में नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की।
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परिणाम: भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक घुसपैठियों को खदेड़ा। अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा।
🧨 अन्य प्रमुख संघर्ष और घटनाएँ
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सियाचिन संघर्ष (1984–2003): सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण को लेकर सैन्य मुठभेड़ें।
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2001–2002 सैन्य गतिरोध: भारतीय संसद पर हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा।
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सर्जिकल स्ट्राइक (2016): उरी हमले के जवाब में भारत ने नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया।
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बालाकोट हवाई हमला (2019): पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमला किया।
FAQs
1. भारत और पाकिस्तान के बीच पहला युद्ध कब हुआ था?
1947-48 में कश्मीर को लेकर पहला भारत-पाक युद्ध हुआ था।
2. 1971 के युद्ध में क्या हुआ था?
1971 में भारत की निर्णायक जीत हुई और बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश बना।
3. कारगिल युद्ध किस वर्ष हुआ था?
कारगिल युद्ध 1999 में हुआ था।
4. भारत-पाक युद्धों का मुख्य कारण क्या है?
इन युद्धों का मुख्य कारण कश्मीर विवाद रहा है।
5. ऑपरेशन सिन्दूर क्या है?
2025 में भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई सैन्य कार्रवाई को ऑपरेशन सिन्दूर कहा गया।
6. 1965 के युद्ध का परिणाम क्या था?
ताशकंद समझौते के तहत युद्धविराम हुआ और सीमाएं पूर्व स्थिति में लौटीं।
7. क्या भारत और पाकिस्तान के बीच फिर युद्ध हो सकता है?
हालात तनावपूर्ण रहते हैं, लेकिन कूटनीतिक प्रयास युद्ध रोकने में सहायक होते हैं।
8. 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक क्यों हुई थी?
उरी हमले के बाद भारत ने आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमला किया था।
9. क्या 2025 में भारत और पाकिस्तान में युद्ध हुआ?
2025 में सीमित सैन्य संघर्ष हुआ जिसे ऑपरेशन सिन्दूर कहा गया।
10. भारत और पाकिस्तान में शांति स्थापना कैसे संभव है?
निरंतर संवाद, आतंकवाद का खात्मा और राजनीतिक इच्छाशक्ति से ही शांति संभव है।
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