भारत का कोहिनूर हीरा अंग्रेजों के हाथ कैसे लगा? जानिए पूरी सच्चाई!

भारत का कोहिनूर हीरा

कोहिनूर हीरा सिर्फ एक कीमती पत्थर नहीं है, बल्कि भारत की लूटी गई विरासत और सम्मान की कहानी है। भारत का कोहिनूर हीरा दुनिया का सबसे चर्चित हीरा है, जो आज ब्रिटेन के राजघराने के मुकुट में जड़ा हुआ है। लेकिन सवाल ये उठता है – भारत का कोहिनूर हीरा अंग्रेजों के हाथ कैसे लगा? आइए इस लेख में हम इस सवाल का जवाब विस्तार से और आम भाषा में समझते हैं।


भारत का कोहिनूर हीरा

🔶 कोहिनूर हीरा क्या है?

कोहिनूर हीरा दुनिया का सबसे मशहूर हीरा है जिसकी चमक और इतिहास दोनों ही अद्वितीय हैं। यह हीरा भारत के आंध्र प्रदेश के गोलकोंडा की खदानों से निकाला गया था।


🔶 कोहिनूर हीरा सबसे पहले किसके पास था?

कोहिनूर हीरा सबसे पहले काकतीय राजवंश के पास था। इसके बाद यह मुग़ल सम्राटों के खजाने का हिस्सा बना और फिर कई राजाओं के हाथों से गुजरता गया।


भारत का कोहिनूर हीरा

🔶 मुग़ल काल में कोहिनूर हीरा

मुग़लों के समय कोहिनूर हीरा शाही मयूर सिंहासन में जड़ा हुआ था। शाहजहाँ ने इसे अपने सिंहासन का हिस्सा बनाया था, जिससे यह और प्रसिद्ध हो गया।


🔶 नादिर शाह ने कैसे लूटा कोहिनूर हीरा?

1739 में ईरान के नादिर शाह ने दिल्ली पर आक्रमण किया और कोहिनूर हीरा अपने साथ ले गया। उसी ने इसे “कोहिनूर” नाम दिया, जिसका मतलब होता है “प्रकाश का पर्वत”।


🔶 अफगान शासकों से रणजीत सिंह तक

नादिर शाह की मौत के बाद कोहिनूर हीरा अफगान शासकों के पास गया। फिर 1813 में पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह ने यह हीरा अपने पास ले लिया।


🔶 अंग्रेजों ने कोहिनूर हीरा कैसे छीना?

1849 में जब अंग्रेजों ने पंजाब पर कब्ज़ा किया, तब उन्होंने महाराजा रणजीत सिंह के बेटे दिलीप सिंह से कोहिनूर हीरा जबरन ले लिया और इंग्लैंड भेज दिया।


भारत का कोहिनूर हीरा

🔶 ब्रिटेन में कोहिनूर हीरा कहाँ है?

आज कोहिनूर हीरा लंदन के टॉवर में रखा हुआ है और ब्रिटिश शाही परिवार की मुकुट में जड़ा गया है। इसे “क्राउन ज्वेल्स” का हिस्सा माना जाता है।


🔶 क्या कोहिनूर हीरा भारत को लौटाया जाएगा?

अब तक ब्रिटेन ने कोहिनूर हीरा लौटाने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि यह “कानूनी तौर पर” उनके पास है, जबकि भारत इसे औपनिवेशिक लूट मानता है।


🔶 कोहिनूर हीरा और भावनात्मक जुड़ाव

भारत के लोग कोहिनूर हीरा को सिर्फ एक रत्न नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और ऐतिहासिक पहचान के रूप में देखते हैं। यह लूटी गई विरासत का प्रतीक बन चुका है।


🔶 निष्कर्ष: कोहिनूर हीरा एक लूटी गई विरासत

कोहिनूर हीरा भारत की वो अमूल्य संपत्ति है जिसे अंग्रेजों ने अपने शासनकाल में दबाव और चालाकी से हड़प लिया। यह भारत के इतिहास का वो पन्ना है जो अब भी अधूरा है, और जिसे पूरा करने की जिम्मेदारी आज की पीढ़ी पर है।


भारत सरकार और विभिन्न सामाजिक समूहों ने कोहिनूर हीरा को वापस लाने के लिए अब तक कोई औपचारिक सैन्य या कानूनी कार्रवाई नहीं की है, लेकिन कई बार भारत ने राजनयिक स्तर पर कोहिनूर को वापस लाने की माँग की है। यह माँग मुख्य रूप से सरकारी प्रतिनिधियों, इतिहासकारों और आम जनता के बीच से उठती रही है।

  • : भारत सरकार ने कई बार ब्रिटिश सरकार से कोहिनूर हीरा वापस करने की औपचारिक माँग की है। यह माँग अक्सर द्विपक्षीय वार्ताओं, संयुक्त राष्ट्र में और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाई जाती रही है।

  • : कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों ने भारतीय अदालतों में याचिकाएँ दायर की हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।

  • : भारत में कई बार जनमत और सोशल मीडिया अभियान चलाए गए हैं, जिनमें कोहिनूर को भारत लौटाने की माँग की गई है। यह माँग अक्सर ऐतिहासिक अन्याय और औपनिवेशिक लूट के प्रतीक के रूप में उठाई जाती है।

  • : भारत ने कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह मुद्दा उठाया है, लेकिन ब्रिटेन ने हमेशा यह कहकर इनकार कर दिया है कि कोहिनूर उनके कब्जे में कानूनी रूप से है।

ब्रिटिश सरकार का मानना है कि कोहिनूर हीरा उनके पास कानूनी रूप से है और उन्होंने इसे वापस करने से इनकार कर दिया है। भारत सरकार अभी भी राष्ट्रीय विरासत के रूप में कोहिनूर को वापस लाने की कोशिश जारी रखे हुए है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है|


भारत के अलावे कोहिनूर हिरा को कोन-को देश अपना बता रहा है?

Kohinoor हीरा, जो वर्तमान में ब्रिटेन के टॉवर ऑफ लंदन में रखा हुआ है, एक ऐतिहासिक और विवादित हीरा है। भारत के अलावा, निम्नलिखित देश भी इस हीरे पर दावा कर चुके हैं या इसे लौटाने की मांग कर चुके हैं:

  1. भारत (India)
    भारत का दावा है कि कोहिनूर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा जबरदस्ती ले जाया गया था, विशेष रूप से 1849 में पंजाब के अंतिम सिख शासक, महाराजा दलीप सिंह से लिया गया था।

  2. पाकिस्तान
    पाकिस्तान का कहना है कि कोहिनूर लाहौर (अब पाकिस्तान में) से लिया गया था और यह उनकी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है, क्योंकि यह पंजाब के सिख साम्राज्य से संबंधित था।

  3. अफगानिस्तान
    अफगानिस्तान का दावा है कि कोहिनूर पर उनका ऐतिहासिक अधिकार है क्योंकि यह हीरा अफगान शासकों (विशेष रूप से अहमद शाह अब्दाली और उनके वंशजों) के पास भी रहा था, और जब ब्रिटिशों ने अफगान शासकों को हराया तो यह हीरा अंततः ब्रिटेन पहुँचा।

  4. ईरान (Iran)
    ईरान भी एक ऐतिहासिक आधार पर दावा करता है, क्योंकि कोहिनूर एक समय नादिर शाह (ईरान के सम्राट) द्वारा भारत से लूटा गया था और वह इसे “माउंटेन ऑफ लाइट” कहता था।

हालांकि, ब्रिटिश सरकार का रुख यह रहा है कि कोहिनूर को वैध रूप से प्राप्त किया गया था और उसे लौटाने का कोई इरादा नहीं है।


कोहिनूर हीरा से जुड़े 10 महत्वपूर्ण सवाल (FAQs)

  1. कोहिनूर हीरा कहाँ से निकला था?
    आंध्र प्रदेश के गोलकोंडा की खदानों से।

  2. कोहिनूर हीरा किसके पास सबसे पहले था?
    काकतीय वंश के राजा के पास।

  3. कोहिनूर हीरा को नाम किसने दिया?
    नादिर शाह ने “कोहिनूर” नाम दिया।

  4. कोहिनूर हीरा अंग्रेजों को कैसे मिला?
    अंग्रेजों ने 1849 में रणजीत सिंह के पुत्र से जबरदस्ती लिया।

  5. कोहिनूर हीरा अभी कहाँ रखा है?
    लंदन के टॉवर में ब्रिटिश क्राउन ज्वेल्स के रूप में।

  6. क्या कोहिनूर हीरा भारत को वापस मिलेगा?
    फिलहाल ब्रिटेन लौटाने को तैयार नहीं है।

  7. कोहिनूर हीरा का वजन कितना है?
    वर्तमान में इसका वजन करीब 105 कैरेट है।

  8. कोहिनूर हीरा किस मुकुट में जड़ा है?
    ब्रिटेन की महारानी का शाही मुकुट।

  9. भारत ने कोहिनूर को वापस माँगा है?
    हाँ, कई बार आधिकारिक माँग की गई है।

  10. कोहिनूर हीरा शापित माना जाता है?
    कुछ मान्यताओं के अनुसार, यह शापित माना जाता है।

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