59,028 नियोजित शिक्षकों को मिला विशिष्ट शिक्षक का नियुक्ति पत्र
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 75वें जन्मदिन के अवसर पर राज्य के शिक्षकों को बड़ी सौगात दी। 1 मार्च 2025 को उन्होंने सक्षमता परीक्षा-2 में सफल 59,028 नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक के रूप में औपबंधिक नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह कार्यक्रम पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में आयोजित किया गया।
मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से 100 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
- शेष शिक्षकों को जिलों में आयोजित समारोहों में नियुक्ति पत्र मिलेगा।
- नियुक्त शिक्षक अपने वर्तमान विद्यालयों में योगदान देंगे।
- शिक्षा विभाग द्वारा जल्द ही जिला स्तर पर आदेश जारी होगा।
नियुक्त शिक्षकों की संख्या और वर्गीकरण
इस नियुक्ति प्रक्रिया के तहत अलग-अलग स्तरों पर शिक्षकों को चयनित किया गया है:
शिक्षक का स्तर | नियुक्ति संख्या |
---|---|
प्राथमिक शिक्षक | 55,845 |
माध्यमिक शिक्षक | 2,532 |
उच्च माध्यमिक शिक्षक | 651 |
मुख्यमंत्री ने पटना, भोजपुर, जहानाबाद, वैशाली और सारण जिलों से आए 100 शिक्षकों को व्यक्तिगत रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किए, जबकि बाकी शिक्षकों को उनके जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में पत्र सौंपे जाएंगे।
कार्यक्रम का आयोजन और प्रक्रिया
यह नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय, पटना में 1 मार्च 2025 को सुबह 11 बजे आयोजित हुआ। कार्यक्रम में राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
प्रक्रिया:
- सफल अभ्यर्थियों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र जारी किया गया।
- चयनित शिक्षक अपने वर्तमान विद्यालयों में विशिष्ट शिक्षक के रूप में योगदान देंगे।
- शिक्षा विभाग जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) के माध्यम से इसे औपचारिक रूप से लागू करेगा।
बिहार में शिक्षा क्षेत्र पर प्रभाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस पहल से शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। शिक्षकों की नियुक्ति से:
- विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरी होगी।
- छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।
- शिक्षकों के रोजगार की समस्या हल होगी।
- शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
इस फैसले से बिहार सरकार ने शिक्षा को लेकर अपनी गंभीरता और प्रतिबद्धता को फिर से स्पष्ट किया है।
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